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शनिवार, 30 जून 2012

महात्मा गाँधी की असली हकीकत जानिए, की कितना धर्मनिरपेक्ष था ये इंसान...........

एक बार एक वाल्मीकि बस्ती में मंदिर में महात्मा गाँधी मुसलमानों की कुरान का पाठ करा रहे थे. तभी भीड़ में से एक औरत ने उठकर गाँधी से ऐसा करने को मना किया.
गाँधी ने पूछा .. क्यों?
तब उस औरत ने कहा कि ये हमारे धर्म के विरुद्ध है.
गाँधी ने कहा.... मै तो ऐसा नहीं मानता ,
तो उस औरत ने जवाब दिया कि हम आपको धर्म में व्यवस्था देने योग्य नहीं मानते.
... गाँधी ने कहा कि इसमें यहाँ उपस्थित लोगों का मत ले लिया जाय.
औरत ने जवाब दिया कि क्या धर्म के विषय में वोटो से निर्णय लिया जा सकता है.
गाँधी बोला कि आप मेरे धर्ममें बांधा डाल रही हैं.
औरत ने जवाब दिया कि आप तो करोडो हिन्दुओ

गुरुवार, 28 जून 2012

हिन्दुस्तान के हिन्दू क्या सब कायर हो गये, कहाँ गये वीर शिवाजी और महाराणा की महिमा गाने वाले ?. ...........


मुझे बचपन से ही ये बात हमेशा आश्चर्य चकित करती थी कि.... आखिर हमारे देश पर कैसे मुहम्मद गजनवी उतनी दूर से आकर 17 बार आक्रमण कर पाया.... बाबर .... मीर कासिम .. या... वो लंगड़ा तैमूरलंग.......... ये सब लुटेरे आखिर कैसे हमारे देश पर बार-बार आक्रमण कर पाए.... हमें जम कर लूटा....