Click here for Myspace Layouts

शुक्रवार, 31 अगस्त 2012

हाफिज सईद के बेटे पर अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध, पाक ने भारत से कहा ''हाफिज को ऑन द स्पोट पकडे तभी मानेंगे उसे आतंकवादी'' ....


America put ban on hafiz saeed's son अमेरिका ने गुरुवार को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आठ शीर्ष कमांडरों के खिलाफ प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें वर्ष 2008 में 26/11 को हुए मुंबई हमले के मास्टर माइंड साजिद मीर और लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद का बेटा ताल्हा सईद भी शामिल हैं। भारत ने अमेरिका के इस कदम का स्वागत किया है। बस एक कमी रही मनमोहन जी मिठाई लेकर पहुचे नही ।
प्रतिबंध की घोषणा करते हुए अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने कहा है कि लश्कर-ए-तैयबा को वर्ष 2002 के जनवरी में एक विदेशी आतंकी संगठन कहा जाता था, इसके बावजूद इसका पाकिस्तान में और पूरे क्षेत्र में संचालन जारी है, और यह दुनियाभर में आतंकी गतिविधियों में लगा है। लश्कर ने पाकिस्तान, भारत, अफगानिस्तान और अमेरिकी हितों के खिलाफ बड़ी संख्या में आतंकी कार्य किए हैं। यह आतंकी 26/11 के मुंबई हमले के लिए भी जिम्मेदार है, जिसमें छह अमेरिकी सहित 160 से अधिक लोग मारे गए थे। इससे पहले जुलाई 2006 में हुए मुंबई ट्रेन विस्फोट भी इसी आतंकी संगठन ने किए थे, जिसमें 180 से अधिक लोग मारे गए थे।
मीर और ताल्हा के अलावा लश्कर के जिन नेताओं पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें अब्दुल्ला मुजाहिद, अहमद याकूब, हाफिज खालिद वालिद, कारी मुहम्मद याकूब शेख, आमिर हमजा, अब्दुल्ला मुंतजीर का नाम शामिल है। जिन लोगों पर गुरुवार को प्रतिबंध लगाया गया, वे पाकिस्तान में रहते हैं और लश्कर-ए-तैयबा का प्रचार अभियान, वित्तीय और ठहरने की सुविधा मुहैया कराते हैं।
इस बीच, भारत के विदेश सचिव रंजन मथाई ने संवाददाताओं को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष को बेहतर बनाने के लिए अंतराष्ट्रीय सहयोग के इस कदम का स्वागत करना चाहिए।( रात में सोनिया के मुजरे का भी इंतजाम किया गया होगा सवाददाता के लिए)
सईद के खिलाफ पर्याप्त सुबूत नहीं : मलिक
पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने गुरुवार को कहा कि उनका देश अब भी मुंबई हमले में लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद के खिलाफ पर्याप्त सुबूत का इंतजार कर रहा है। (उनके कहने का मतलब ये हे की आप हाफिज को ऑन द स्पोट पकड ले तभी हम मानेंगे की वो आतंकवादी गतिविधि करता हें)
 हालांकि, भारत की ओर से बार-बार जोर देकर कहा गया है कि मुंबई हमले में सईद की संलिप्तता के पर्याप्त सुबूत दिए गए हैं। मलिक ने कहा कि मामले को सुप्रीम कोर्ट में उठाया गया है लेकिन उसे दोषी साबित करने के लिए सुबूतों की जरूरत है।

पाकिस्तान ने नक़्शे में लोटाया भारत को पाक अधिग्रहित कश्मीर............


pak accepts pok is part of indiaलगता हें पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने आखिर मान ही लिया की पाक अधिक्रत कश्मीर भी भारत का ही हिस्सा हें,क्यों की पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार की ओर से प्रकाशित नक्शे में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर [पीओके] और गिलगित-बाल्टिस्तान को भारत का हिस्सा दिखाया गया है। हालांकि शिक्षा विभाग ने यह नक्शा सभी स्कूलों से वापस मंगाने की कवायद शुरू कर दी है। इसे अब तक 15 हजार स्कूलों को भेजा जा चुका है।
पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ की सरकार को इसके लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है। एक प्रकाशक खालिद परवेज ने कहा, 'यह गलती दिखाती है कि हमारे मुख्यमंत्री की टीम में बैठे लोगों की जानकारी का स्तर कितना है।'
चलो जेसे भी माना, सच्चाई तो सामने आई । वेसे हमेशा की तरह ये नक्शे भी विदेश से मिली भीख (जर्मनी) दो करोड़ 50 लाख डॉलर की वित्तीय सहायता से प्रकाशित और वितरित किए गए थे।

1984 में कांग्रेस के राज में कांग्रेसियों द्वारा सिक्खो के खिलाफ दंगे की सच्चाई........

 दोस्तों आज हम आपको वों दर्दनाक सच्चाई बताने जा रहे है, जिसे सुनकर आपका दिल दहल जायेगा। हम में से ज्यादातर लोगो कों यह तो पता है की 1984 में कांग्रेस शासन में सिक्खो के खिलाफ दंगे हुए थे, लेकिन वास्तव में क्या हुआ था ? यह अधिकतर लोग विस्तार से बिलकुल नहीं जानते। आइये जानते है कांग्रेस सरकार द्वारा आयोजित 1984 के सिक्ख विरोधी दंगो का पूरा सच।  

पार्ट 1: आपातकाल
भारत में राजनैतिक अस्थिरता के चलते प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सलाह पर तत्कालीन राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने भारतीय संविधान की धारा 352 के अंतर्गत 25 जून 1975 कों आपातकाल की घोषणा की थी। यह आपातकाल 21 महीने याने 21 मार्च 1977 तक चला, और इस दौरान जनता के अधिकारों पर काफी बंधन आ गये थे, और ठीक इसी वक्त पंजाब राज्य में कुछ सिक्ख अलगाववादी संगठन स्वायत्त खालिस्तान की मांग करने लगे थे।
=========================================

पार्ट 2: ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार
ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार 5 जून, 1984 को भारतीय सेना के द्वारा चलाया गया था। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य खालिस्तानी आतंकवादियों की गतिविधियों को समाप्त करना था। पंजाब में भिंडरावाले के नेतृत्व में अलगाववादी ताकतें सिर उठाने लगी थीं, और उन ताकतों को पाकिस्तान से हवा मिल रही थी। पंजाब में भिंडरावाले का उदय इंदिरा गाँधी की राजनीतिक महत्त्वाकांक्षाओं के कारण हुआ था। अकालियों के विरुद्ध भिंडरावाले को स्वयं इंदिरा गाँधी ने ही खड़ा किया था। लेकिन भिंडरावाले की राजनीतिक महत्त्वाकांक्षाएं देश को तोड़ने की हद तक बढ़ गई थीं। जो भी लोग पंजाब में अलगाववादियों का विरोध करते थे, उन्हें मौत के घाट उतार दिया जाता था। 3 जून, 1984 को भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर पर घेरा डालकर निर्णायक जंग में भिंडरावाले और उसके कट्टर समर्थकों कों मार गिराया। बाद में मालूम हुआ कि भिंडरावाले ने पवित्र स्वर्ण मंदिर को आतंक का गढ़ बना लिया था। 'ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार' से सिक्ख समुदाय इस समय काफ़ी आक्रोशित था। उन्हें लगता था कि स्वर्ण मंदिर पर हमला करना उनके धर्म पर हमला करने के समान है। इंदिरा गाँधी को गुप्तचर संस्था 'रॉ' ने आगाह कर दिया था कि, सिक्खों में भारी रोष है, और उन्हें अपनी सिक्योरिटी में सिक्खों को स्थान नहीं देना चाहिए। लेकिन इंदिरा गाँधी ने उस परामर्श पर कोई ध्यान नहीं दिया। उस रोष की परिणति 31 अक्टूबर, 1984 को इंदिरा गाँधी की नृशंस हत्या के रूप में सामने आई।
अधिक जानकारी के लिये पढ़े:http://aajtak.intoday.in/story.php/content/view/67053/9/76/Assassination-of-Indira-Gandhi-for-our-nation-.html

=========================================

पार्ट 3: 31 अगस्त 1984, दंगो का पहला दिन:
1) सुबह 9.20 बजे दिल्ली में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी कों उनके 2 सिक्ख बॉडीगार्ड सतवंत सिंह और बेअंत सिंह ने गोलियों से छलनी कर दिया। उन्हें तुरंत एम्स (AIIMS) अस्पताल में भरती कराया गया।
2) सुबह 10.50 बजे इंदिरा गाँधी का एम्स अस्पताल में निधन।
3) सुबह 11.00 बजे ऑल इंडिया रेडियो पर यह खबर प्रसारित हुई की इंदिरा गांधी की हत्या उनके ही दो सिक्ख बॉडीगार्डो (सुरक्षा रक्षक) ने की। यह सुनकर सारा देश सन्न रह गया।
4) शाम 4 बजे राजिव गाँधी पश्चिम बंगाल से लौटकर सीधे एम्स अस्पताल पहुचते है।
5) शाम 5.30 बजे राष्ट्रपति जैल सिंह अपना विदेश दौरा खत्म कर भारत लौटते है और सीधे एम्स अस्पताल में दाखिल होते है। चुकी वे  सिख थे, तो अस्पताल के बाहर जमा भीड़ उनकी कार पर पथराव कर कार कों चकनाचूर कर देती है।
6) शाम कों कांग्रेस द्वारा लगाये गये दंगाईयो की टुकडिया एम्स अस्पताल से दिल्ली के अलग अलग इलाको में कुच करती है। कांग्रेसी दंगाई पुरे दिल्ली में सिक्खो के खिलाफ जबरदस्त हिंसा फैलाना शुरू कर देते है। कई सिक्खो कों सरेआम मारा गया।
7) तनावपूर्ण वातावरण में राजीव गांधी कों शाम कों प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलवाई जाती है जो की प्रजातंत्र में वंशवाद की एक मिसाल है।
8) भाजपा नेता गृहमंत्री नरसिहराव से मिलकर उन्हें दंगो पर तत्काल नियंत्रण पाने कि हिदायत देते है।
9) रात में कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार, ललित माकन, H.K.L.भगत ने दंगाईयो कों संगठित कर उन्हें पैसे, तलवार, लाठियाँ, सलाखे मुहेय्या करवाई। जो कांग्रेसी नेता पेट्रोल पम्प के मालिक थे, उन्होंने दंगाईयो कों केरोसिन और पेट्रोल के कॅन की आपूर्ति की। सिक्खो के घरों का पता जानने के लिये कांग्रेस नेताओं ने दंगाईयो कों वोटर कार्ड और राशन कार्ड दिए।
10) कांग्रेसी कार्यकर्ताओ ने रात में सिक्खो के घरों पर “s” के निशान बना दिए। ताकि दूसरे दिन दंगाई जल्द से जल्द सिक्खो के घरों की पहचान कर, घरों में घुसकर सिक्खो का कत्लेआम कर सके।
अधिक जानकारी के लिये मिश्रा कमीशन के सामने पेश किया गया यह अफिडेविट इस लिंक पर पढ़े।। :http://www.carnage84.com/affidavits/mishra/promi/Aseem%20Shrivastava.htm

=========================================

पार्ट 4: 1 नवम्बर 1984, दंगो का दूसरा दिन
सुबह सुबह कांग्रेस के सांसद सज्जन कुमार ने कांग्रेसी कार्यकरता, गुंडे और दंगाइयो कों लेकर रॅली निकाली, और सरेआम मासूम सिक्खो का क़त्ल करने के लिये नारे लगाये। सज्जन कुमार ने सिक्खो की हत्या करने वालों कों इनाम घोषित किये, कहा एक भी सिख  जिन्दा ना बच पाए।
सुबह ९ बजे दंगाईयो ने सिक्खो के खिलाफ भयानक कत्ले आम शुरू कर दिया। सबसे पहले गुरुद्वारा में मौजूद सिक्खो कों मारा गया, फ़िर सिक्खो के घरों में घुसकर वहा महिला, बच्चे, पुरुष सभी कों केरोसिन और पेट्रोल छिडककर जिन्दा जला दिया गया। रेलगाड़ी, बसे रोक कर उनमे सवार सिक्खो कों जिन्दा जलाया गया । बीजेपी और अटलजी ने सिक्खो की मदद की। त्रिलोकपुरी, मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी इलाको में सबसे ज्यादा सिक्ख मारे गये।
अधिक जानकारी के लिए यह लिंक आप देख सकते है:http://www.bbc.co.uk/news/world-asia-india-17811666

=========================================

पार्ट 5: 2 नवम्बर 1984, दंगो का तिसरा दिन
दिल्ली के कुछ इलाको में कर्फ्यू लगाया गया, लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं था। क्योकि पुलिस और आर्मी सभी कों दंगाईयो पर कारवाई करने के बजाय उल्टा उन्हे मदद करने के आदेश दिए गये थे। सिक्खो का नरसंहार जारी रहा।
अधिक जानकारी के लिए यह लिंक आप देख सकते है:http://ibnlive.in.com/news/1984-antisikh-riots-backed-by-govt-police-cbi/251375-37-64.html

=========================================

पार्ट 6: 3 नवम्बर 1984, दंगो का चौथा दिन
जब दंगाई अपना लक्ष्य प्राप्त कर लेती है, तब सेना और पुलिस स्थिति पर नियंत्रण करना शुरू कर देती है। छिट पुट घटनाओ कों छोड़कर शाम तक दंगे थम जाते है। दिल्ली में सिक्खो की लाशो का अम्बार लग जाता है। 3 नवम्बर तक 2,700 से 20,000 सिक्ख मारे गये। उन लाशो कों एम्स अस्पताल ले जाया जाता है।
=========================================

पार्ट 7: दंगो की जांच
दंगो की जांच के लिये मारवाह कमीशन, मिश्रा कमीशन, मित्तल कमिटी, नानावटी आयोग और कई अन्य आयोगों का गठन किया गया। आयोग और कोर्ट ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता सज्जन कुमार, R.K.आनंद, ललित माकन, H.K.L.भगत और कांग्रेस पार्टी कों दंगे भडकाने और दंगाईयो कों मदद करने के आरोप में सीधा सीधा दोषी ठहराया। लेकिन पुलिस और कांग्रेसी सरकारों ने कोई कारवाई नहीं की। कांग्रेस नेता जगदीश टायटलर के खिलाफ चल रहे सभी केस कोर्ट ने 2007 में पुख्ता सबूतों के अभाव में बंद कर दिए और उन्हें बरी कर दिया।
अधिक जानकारी : http://www.indianexpress.com/news/cbi-gives-tytler-clean-chit-in-1984-riots-case/442552/

=========================================
दंगो के दोषी कांग्रेसी नेता आज भी आजाद घूम रहे है, पीडितो के दिल में आक्रोश है और मृतको की आत्मा आज भी इन्साफ के इंतजार में है। लेकिन उनकी आवाज सुनेगा कौन ? और दूसरी तरफ भारत में दंगो की शुरुआत (1947) और देश का विभाजन करने वाली कांग्रेस सरकार और उ.प्र. की मुल्ला-यम सरकार गुजरात दंगो का रोना रोती हें,


 में गुजरात दंगो को सही करार देता हूँ, और इन्हे दंगे ना कह कर देश भक्तो द्वारा ''देश-द्रोहियों की सफाई का अभियान'' का नाम देता हूँ।    



गुरुवार, 30 अगस्त 2012

गुजरात ''बाडीगार्ड'' नरेन्द्र मोदी के मुखारबिंद से।।।

खुद मोदी जी के मुख से एक सभा में ......
मेरे यहाँ कई आतंकवादी पकडे गए, कोई अबू बशीर पकड़ा गया, कोई सलीम पकड़ा गया, कोई कयामुद्दीन पकड़ा गया, ना जाने कितने आन,बान,खान पकड़े गए, मैंने भारत सरकार (कांग्रेसी ) को कहा कि आतंकवादियों को 
कठोर से कठोर सजा मिले इसके लिए मुझे ‘’ गुजकोक ‘’ का कानून लागू करने दो, तो मुझे क्या कहते हैं कि मोदी जी ये तो बड़ा ही पिशाची कानून है, इसे हम आपके हाथों में नहीं दे सकते। इसलिए इन आतंकवादियों पर इस कानून का उपयोग नहीं कर सकते। 


लेकिन जब माले-गाँव में बम धमाके हुए, कोई सेना का जवान हिन्दू पकड़ा गया, कोई हिन्दू साधू-महात्मा पकड़ा गया ,कोई हिन्दू साध्वी पकड़ी गयी, तो वहाँ पर ‘’ मकोका ‘’ का कानून लगाते हैं ये उन पर ।
गुजरात का ''गुजकोक'' कानून कोमा, फुल स्टॉप लगाकर बिलकुल महाराष्ट्र के मकोका के कानून कि जेरोक्स कोपी है, कोई फर्क नहीं है। लेकिन फिर भी मुस्लिम वोट बैंक कि राजनीती के कारण उस कानून को लागू नहीं होने दे रहे गुजरात में।
आप मुझे बताइए, कोई अबू बशर पकड़ा जाए, कोई सलीम पकड़ा जाए, कोई कयामुद्दीन पकड़ा जाए, कोई उस्मान पकड़ा जाए तो उस पर कठोर कानून नहीं लगेगा लेकिन अगर कोई साध्वी पकड़ी जाए, कोई साधू पकड़ा जाये, कोई सेना का जवान पकड़ा जाए तो उस पर कठोर कानून लगेगा, आखिर ये भेद-भाव किसके लिए  और क्यों ?? क्या ये कांग्रेस का आतंकवाद से लड़ने का तरीका है ??......क्या सभी आतंकवादियों को एक ही कानून से सजा नहीं होनी चाहिए ??और हमेशा मुस्लिम आदमी ही क्यों आतंकवादी के रूप में सामने आता हें ??

और एक बात और बताऊं, मेरी सरकार जब अबू बशर का रिमांड मांगती है, तो सिर्फ 14 दिन का रिमांड मिलता है, लेकिन महाराष्ट्र कि कोंग्रेस कि सरकार जब साध्वी का रिमांड मांगती है, तो 6 महीने का रिमांड मिलता है।

मेरे यहाँ अगर अबू बशीर भाग गया, तो मैं उसकी सम्पति जब्त नहीं कर सकता हूँ, लेकिन महाराष्ट्र में अगर साध्वी का कोई चेला भाग गया तो उसकी सम्पति जब्त हो जाती है।

मैंने अगर अबू बशर कि टेलीफोन पे बातचीत अपने आकाओं से करते हुए सुन ली, और उसे रिकॉर्ड करके कोर्ट में पेश कि तो भी मैं अबू बशर को सजा नहीं करवा सकता हूँ, लेकिन अगर साध्वी कि फोन कि बातचीत रिकॉर्ड करके कोर्ट में पेश कि गयी तो उसे फांसी तक कि सजा करवाई जा सकती है।

मेरे यहाँ अगर अबू बशर ने किसी के यहाँ रात को आराम किया हो ,किसी के यहाँ बारूद छुपाया हों , किसी के यहाँ खाना खाया हो तो भी मैं उसके उस शुभचितंक को सजा नहीं करवा सकता हूँ, लेकिन अगर साध्वी प्रज्ञा ने या आर्मी के किसी जवान ने किसी के घर में चाय भी पी ली हो तो चाय पिलाने वाले को फांसी कि सजा करवाई जा सकती है।

ये भेदभाव क्यों ............................क्यों ये भेद-भाव ??

और इसीलिए मित्रों मेरी लड़ाई बड़ी मुद्दों कि है और ये दिल्ली कि कोंग्रेस कि सल्तनत मुझे जवाब नहीं दे पा रही है ,मैं आतंकवाद का घौर दुश्मन हूँ और मैं आतंकवाद को हिंदुस्तान कि जड़ों से उखाड फैंकने के लिए बड़ी ताकत से मैदान में उतरा हुआ इंसान हूँ

आपके पास चाहे घर हो ,बंगला हो ,गाडी हो लेकिन जवान बेटा भी तो शाम को जिन्दा और सुरक्षित घर वापस लौटना चाहिए और तब जाकर के कहना पड़ता है मित्रों कि आज के समय में भारतीय जनता पार्टी के अलावा और दूसरा कोई चारा नहीं है।



भारत को लुटने वाले लुटेरो की लिस्ट देखे......

Photo: मित्रों शेयर करने के साथ पेज को LIKE भी करें यहाँ ---> Hindu [Lions] with Sikh [Tigers]

गजनवी ने 20 वर्षो में 10 लाख करोड़ लूटा था -भारतीय लोगो को पता था की गजनवी लूटेरा है और उसके खिलाफ जबरदस्त संगर्ष किया था और लाखो लोगो ने अपनी जान गंवाई थी
मुगलों ने 350 साल में 400 लाख करोड़ लूटा था -कुछ ही समय में भारतीयों के निवासियों को इनके बारे में पता चला गया था की ये आक्रमणकारियों के भेष में लूटरे हैं और उनके विरुद्ध अनेको युद्ध लड़े.लेकिन युधों में नियमो के पक्के भारतियों को पहली बार चालबाज मुगलों से सामना हुआ और भारतीय युद्ध हारते चले गए.

अंग्रेजो ने 250 सालो में 350 लाक करोड़ लूटा था -पहली बार ऐसा हुआ की भारतीय लूटेरो को पहचान नहीं पाए क्योंकी अंग्रेज व्यापरी बनकर भारत में घुसे थे .जब इन धूर्तो को पहचाना तबतक सनातनी इज्जत और पैसा दोनों ही अंग्रेजो के हाथो गँवा बेठे थे.

काले अंग्रेजो ने महज 64 वर्षो में 450 लाख करोड़ लूट लिए -गजनवी ,मुग़ल आक्रमणकारियों के भेष में लूटरे थे,अंग्रेज व्यापारियों के भेष में लूटरे थे ,और ये काले अंग्रेज मेमने की खाल में भेडिये हैं ये देश को खुद तोलूट ही रहे हैं बल्की दुसरे देशो कोभारत को लूटने के लिए बेच रहे हैं
साभार - Bhartiya Sanskriti hi sarvshreshth Hai (भारतीय संस्कृति ही सर्वश्रेष्ठ है)
गजनवी ने 20 वर्षो में 10 लाख करोड़ लूटा था इस देश से -
भारतीय लोगो को पता था की गजनवी लूटेरा है। और उसके खिलाफ जबरदस्त संघर्ष किया था। और लाखो लोगो ने अपनी जान गंवा
ई थी।
मुगलों ने 350 साल में 400 लाख करोड़ लूटा था - 
कुछ ही समय में भारतीयों के निवासियों को इनके बारे में पता चला गया था की ये आक्रमणकारियों के भेष में लूटरे हैं और उनके विरुद्ध अनेको युद्ध लड़े.
लेकिन युद्धों में नियमो के पक्के भारतियों को पहली बार चालबाज और मक्कार मुगलों से सामना हुआ, और भारतीय युद्ध हारते चले गए.

अंग्रेजो ने 250 सालो में 350 लाख करोड़ लूटा था -पहली बार ऐसा हुआ की भारतीय लूटेरो को पहचान नहीं पाए, क्यों की अंग्रेज व्यापरी बनकर भारत में घुसे थे .जब इन धूर्तो को पहचाना तब तक सनातनी इज्जत और पैसा दोनों ही अंग्रेजो के हाथो गँवा बेठे थे.

काले अंग्रेजो ने महज 64 वर्षो में 450 लाख करोड़ लूट लिए -गजनवी ,मुग़ल आक्रमणकारियों के भेष में लूटरे थे,अंग्रेज व्यापारियों के भेष में लूटरे थे ,और ये काले अंग्रेज नेता के रूप हें, मेमने की खाल में भेडिये हैं, ये देश को खुद तो लूट ही रहे हैं, बल्कि दुसरे देशो को भी भारत को लूटने के लिए बेच रहे हैं।
साभार - Bhartiya Sanskriti hi sarvshreshth Hai (भारतीय संस्कृति ही सर्वश्रेष्ठ है)



बुधवार, 29 अगस्त 2012

कही आपका नहाने का साबुन कुत्तो या जानवरों को नहलाने का तो नही ? चेक करे.....

हमारे दैनिक उपयोग में आने वाला एक महत्वपूर्ण उत्पाद है साबुनI साबुन रासायनिक और आयुर्वेदिक/हर्बल दो प्रकार के होते हैंIसामन्यता हम टेलीविजन पर आने वाले विज्ञापनों को देख कर दैनिक उपयोग में आने वाले साबुन का चुनाव करते हैंI
आइये एक दृष्टि डाले साबुन के बनाने की प्रक्रिया और साबुन के महत्त्वपूर्ण घटकों पर I साबुन बनाने की प्रक्रिया में ३ महत्त्वपूर्ण घटक वसीय अम्ल ,कास्टिक सोडा और पानी होते हैंI

वसीय अम्ल या (FATTY ACID ) : वसीय अम्ल  का मुख्य स्रोत नारियल जैतून या ताड़ के पेड़ होते हैं, इसे जानवरों की चर्बी से भी निकाला जाता है,जिसे टालो(TALLOW ) कहते हैं जो की बूचड़खाने से मिलता हैIटालो से निकले जाना वसीय अम्ल अपेक्षाकृत सस्ता होता हैIइस वसीय अम्ल(FATTY ACID ) से सोडियम लौरेल सल्फेट(SLS ) का निर्माण होता है जो झाग बनाने में प्रयुक्त होता हैI
यदि आप शाकाहारी हैं तो अपने साबुन के रैपर पर ध्यान से देखें की कही छोटे अक्षरों में (TALLOW ) तो नहीं लिखा हैIसाबुन के वर्गीकरण से पहले हमे एक महत्त्वपूर्ण शब्द TFM  के बारे में जान ले जो सामन्यतया हर साबुन के पैकेट के पीछे लिखा मिल जायेगा.."TFM " का मतलब TOTAL FATTY MATRIAL होता है जो की साबुन का वर्गीकरण और गुणवत्ता का निर्धारण करता है.. जितना ज्यादा  TFM  का प्रतिशत होगा साबुन की गुणवत्ता उतनी ही अच्छी होगीI 
इस आधार पर हम सामान्यतया रासायनिक साबुन साबुन को ३ भागो में वर्गीकृत कर सकते हैं:कार्बोलिक साबुन, ट्वायलेट साबुन,और नहाने का साबुन या बाथिंग बारI

१ कार्बोलिक साबुन (CARBOLIC SOAP ) :GRADE 3 SOAP :  इस साबुन में TFM का प्रतिशत ५०% से ६०% तक होता है.और यह साबुन सबसे घटिया दर्जे का साबुन होता हैIइसमें फिनायल की कुछ मात्रा होती है जो सामन्यतया फर्श या जानवरों के शारीर में लगे कीड़े मारने के लिए प्रयुक्त किया जाता हैIयूरोपीय देशों में इसे एनिमल सोप या जानवरों के नहाने का साबुन भी कहते हैंIभारत में इस श्रेणी का साबुन लाइफबॉय हैI

२ ट्वायलेट साबुन :GRADE 2 SOAP : यह गुणवत्ता के आधार पर दूसरे दर्जे का साबुन होता हैIट्वायलेट सोप का उपयोग सामन्यतया शौच इत्यादि के बाद हाथ धोने के लिए होता हैIइसमें ६५  से ७८% TFM होता है.,इससे इस्तेमाल से त्वचा पर  होने वाली हानि कार्बोलिक साबुन की अपेक्षा  कम होती हैIभारत में इस श्रेणी का साबुन लक्स,लिरिल डिटोल और हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड के अन्य कई उत्पाद हैI

३ नहाने का साबुन या बाथिंग बार.: GRADE 1 SOAP : गुणवत्ता के आधार पर सर्वोत्तम साबुन है तथा इसका उपयोग स्नान के लिए किया जाता हैIइस साबुन में TFM की मात्रा ७६% से अधिक होती हैI
इस साबुन के रसायनों  से त्वचा पर होने वाली हानि न्यूनतम होती है. निरमा साबुन या कुछ कंपनिया ही कम मात्रा में ये उत्पाद बनाती हैI

साबुन में झाग के लिए इस्तेमाल होने वाले रसायन सोडियम लारेल सल्फेट से त्वचा की कोशिकाएं शुष्क हो जाती हैं और कोशिकाओं के मृत होने की संभावना रहती है.यह आँखों के लए अत्यंत हानिकारक है नहाते समय साबुन यदि आँखों में चला जाये तो इसी रसायन के असर से हमे तीव्र जलन का अनुभव  होता है,त्वचा पर खुजली और दाद की संभावना होती है.


ये सारे प्रकार हुए रासायनिक साबुन के अतः कोई भी रासायनिक साबुन त्वचा के लिए लाभदायक नहीं है कम हानि के लिए साबुन के रैपर पर TFM की मात्रा ७६% से अधिक देखकर लेIये साबुन  नहाने का साबुन या बाथिंग बार की श्रेणी में आते हैं बाकी के सभी साबुन या तो जानवरों के नहालने के लिए प्रयोग होने वाले हैं या शौचालय से आने के बाद हाथ धोने के लिएI

हर्बल और आयुर्वेदिक साबुन: ये एक अन्य प्रकार साबुन है जो लगभग पूर्ण रूप से रसायनों से रहित(CHEMICAL FREE )  होता हैIइसको बनाने में मुख्य रूप से भारत में पैदा होने वाले तथा घरों में इस्तेमाल होने वाले सौन्दर्य प्रसाधन होते हैं जो की निम्नलिखित हैI

१ हल्दी : बैक्टीरिया से बचाव ,दाद पैदा करने वाले फफूंद (FUNGAL) से बचाव,त्वचा के दानो से बचाव I
२ नीम : बैक्टीरिया से बचाव ,दाद पैदा करने वाले फफूंद (FUNGAL ) से बचाव ,त्वचा के दानो से बचाव I
३ तुलसी : त्वचा एवं चेहरे में प्राकृतिक चमक लेन के लिए उपयोगीI
३ घृतकुमारी :इसे त्वचा पर लगाने पर त्वचा स्वस्थ रहती है व झुर्रियां नहीं पड़ती I
४ आंवला : अनेको औषधीय गुण.त्वचा को तैलीय बनाये रखता है I
५ गिलोय :त्वचा के विकारो को ख़त्म करता है I
६ चन्दन : moisturizer त्वचा की शुष्कता को ख़तम करता है और त्वचा नम रहती हैI  
७ नारियल का तेल- moisturizer त्वचा की शुष्कता को ख़तम करता है और त्वचा नम रहती है I 
८ बादाम: त्वचा को प्रोटीन देता है I
इन सब के अलावा कुछ एक और औषधियां उत्पादक की गुणवत्ता नीति के अनुसार मिलायी जाती हैIविको,कान्ति,ओजस आदि कई आयुर्वेदिक साबुन बाज़ार में उपलब्ध हैंI
हिन्दुस्थान में इन पदार्थों का उपयोग हजारो वर्षों से त्वचा और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए किया जा रहा हैIयूरोप और पश्चिमी देशों में जलवायु के कारण हल्दी,नीम,तुलसी,चन्दन,बादाम,नारियल की उपलब्धता नहीं के बराबर है इसलिए उन जगहों पर रासायनिक साबुन(CHEMICAL SOAP) का इस्तेमाल शुरू हुआIधीरे धीरे रासायनिक साबुन में भी अतिहनिकारक grade -२ और grade -३ के साबुन हमारे दैनिक जीवन में आ गए और हम हमेशा की तरह गुलाम मानसिकता को दिखाते हुए उनके यहाँ कुत्तों के नहलाने वाले साबुन से नहा कर गीत गाते हैं की "लाइफब्वाय है जहाँ तंदुरुस्ती है वहां"Iआज हम आजाद हैं ,मगर हमने खुद को शिक्षित कहने वाले लोगों ने खुद को आजादी के बाद भी यूरोपियन कुत्तों के के इस्तेमाल के लिए बने उत्पादों का खुद पर प्रयोग करके खुद को उन्नत मानते हैंIउपरोक्त वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर हर्बल और आयुर्वेदिक साबुन  इस्तेमाल करना शरीर और त्वचा के लिए हर प्रकार से लाभदायक और बिना किसीपार्श्व प्रभाव(SIDE EFFECT ) के हैIयदि इन वैज्ञानिक तथ्यों को जानने के बाद भी कोई रासायनिक साबुन का इस्तेमाल सिर्फ इसलिए करना चाहता है की वो किसी सुन्दर अभिनेत्री के अर्धनग्न शरीर को टेलीविजन पर प्रसारित कर बेचा जा रहा है तो कृपया TFM का प्रतिशत रैपर के पीछे देखकर ये निश्चित कर ले की कही विज्ञापनों को देख कर आप कही ट्वायलेट में इस्तेमाल होने वाले साबुन से स्नान तो नहीं कर रहे??या आपका साबुन आप के नहाने के लिए है या कुत्तों के नहाने के लिए ???

 साभार आशुतोष की कलम से .....

नाचने-गाने पर 17 लोगों का सिर काटा डाला ..........


talibani farman: 17 beheaded for dancing and singing अफगानिस्तान के हेलमंद प्रात में तालिबान चरमपंथियों ने नृत्य व संगीत के कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे 15 पुरुषों और दो महिलाओं का सिर कलम कर दिया।
हेलमंद प्रात के शाह करेज इलाके में सिर कलम करने की ये घटना हुई, और मारे गए सभी 17 लोग आम नागरिक थे। तालिबान चरमपंथियों ने इस घटना को 26 और 27 अगस्त के बीच की रात को अंजाम दिया। पहले नागरिकों का सिर कलम किया गया या गोली मारी गई ये अभी स्पष्ट नहीं है।
 लोग एक उत्सव मनाने के लिए जमा हुए थे और संगीत की धुन पर नाच रहे थे, जबकि तालिबान इस समारोह को रोकना चाहते थे। उन्होंने कहा कि जहा इस घटना को अंजाम दिया गया वो पूरी तरह से तालिबान चरमपंथियों के नियंत्रण वाला इलाका है, इसलिए उसके बारे में और ज्यादा जानकारी नहीं है। तालिबान ने इस घटना पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

मुंबई हमले के आरोपी कसाब को कांग्रेस सरकार देगी जीवनदान, देश के प्रति सच्ची श्रधांजली


मुंबई हमले के आरोपी कसाब को कांग्रेस सरकार देगी जीवनदान, देश के प्रति सच्ची श्रधांजली केसे ??? ये तो सब जानते ही हें, पहले से अफजल  गुरु  कई सालो से फांसी के इन्तजार में बेठा हें । फिर भी सरकार ना सही देश की सुप्रीम कोर्ट ने आज मुंबई पर वर्ष 2008 में हुए आतंकी हमले में पकड़े गए एकमात्र जीवित आतंकी अजमल आमिर कसाब की फांसी की सजा बुधवार को बरकार रखी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कसाब ने सबसे बड़ा गुनाह किया है। कसाब के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं। कसाब का गुनाह माफी के लायक नहीं है।
supreme court uphold the death sentence of ajmal kasab
सुप्रीम कोर्ट ने कसाब के इस तर्क को खारिज कर दिया, कि मुंबई पर हुआ आतंकी हमला भारत सरकार के खिलाफ एक युद्ध था, न कि भारत देश या यहां के लोगों के खिलाफ।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि भारत देश का एक मात्र निर्वाचित अंग, और संप्रभु सत्ता का केंद्र भारत सरकार ही है। कोर्ट ने कहा कि आरोपी का प्राथमिक और मुख्य अपराध भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ना ही था।
मुंबई की एक विशेष अदालत ने वर्ष 2010 में कसाब के खिलाफ फांसी की सजा सुनाई थी। कसाब ने इस फैसले को बंबई उच्च न्यायालयम में चुनौती दी थी, जिसे न्यायालय ने फरवरी 2011 में अमान्य कर दिया था।
मुंबई पर हुए हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी। पाकिस्तानी आतंकियों ने समुद्र के रास्ते मुंबई पर हमला किया था, जिसमें कसाब भी शामिल था। बाकी के आतंकी मारे गए थे, लेकिन कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया था।
अब देखना ये हें की आतंकियों को जेलों में पालने वाली और उनकी सेवा करने वाली ये भ्रष्ट कांग्रेस सरकार कितने दिन में उसे फांसी पर लटकाती हें, मुझे नही लगता की कसाब को फांसी पे लटकाया जायेगा । क्यों की संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु को सुप्रीम कोर्ट द्वारा कई साल पहले फांसी की सजा सुनाने के बाद आज इतने सालो बाद भी सरकार ने उसे फांसी पर नही लटकाया , तो इस मामले में  क्या उम्मीद रखे ? और शायद हो सकता हें की थोड़े टाइम बाद सरकार इन्हे देश से बाहर भेज कर कहेगी की जेल तोड़ कर भाग गये ।

मंगलवार, 28 अगस्त 2012

देश की हर समस्या के लिए जिम्मेदार, और देश के लिए अभिशाप.........

 जिस कांग्रेस पार्टी और नेहरु गाँधी परिवार ने इस 

देश पर राज किया हैं,वह इस देश के लिए अभिशाप 

हैं, और देश की हर समस्या के लिए जिम्मेदार हैं.


दोस्तों यहाँ पर में कुछ ऐसे बिंदु प्रकाशित कर रहा 

हूँ, जो की इस पार्टी व परिवार की देन
 हैं.

1. यह पार्टी पूरी तरह से एक मुस्लमान परस्त पार्टी हैं.


2. अपने जन्म से ही यह पार्टी हिंदु विरोधी पार्टी हैं.


3. भगत सिंह को फांसी लगाने का विरोध नहीं किया.


4. खिलाफत आन्दोलन को समर्थन किया.


5. क्रांतिकारियों को आतंकवादी बताते थे.


6. सुभाष चन्द्र बोस को कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटने को मजबूर किया.


7. देश का बंटवारा मंज़ूर किया.


8. यदि बंटवारा हो ही गया था तो पूरी तरह से होना चाहिए था, परन्तु नेहरु-


-गाँधी के कारन से नहीं हो पाया.


9. कश्मीर समस्या नेहरु परिवार की दें हैं.


10. धारा 370 नेहरु परिवार की देन हैं.


11. जब भारतीय सेना आगे बढ़ रही थी तो युद्ध विराम घोषित किया.


12 पूरा कश्मीर भारत के पास आ रहा था, तो नेहरु ने पाकिस्तान के पास एक हिस्सा छोड़ दिया.


13एक हिस्सा चीन के पास जाने दिया.


14. तिब्बत तश्तरी में उठा के चीन को दे दिया.


15. पाकिस्तान को 56 करोड़ रूपये दिए.


16. देश के विभाजन की जिम्मेदार मुस्लिम लीग को सरकार में साझा किया.


17. कश्मीर में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को जेल में डाल दिया, जहाँ पर उनकी संदेहास्पद


अवस्था में मौत हो गयी.


18. 1962 में चीन के सामने शर्मनाक रूप में समर्पण किया.


19. 1971 की जीत को इंदिरा ने 1973 में भुट्टो के सामने हार में बदल दिया.


20. देश में आपातकाल लागू किया.


21. इंदिरा के मरने प् देश में 2०००० सिक्खों का दर्दनाक क़त्ल कर दिया गया.


22. स्वर्ण मंदिर पर हमला किया, और उसे नस्ट कर दिया गया.


23. राजीव गाँधी ने अपने ही तमिल/हिंदु भाइयो पर हमला करने के लिए


श्रीलंका में सेना भेजी, जिसमे हमारे 3००० जवान मारे गए.


24. मुस्लिमो को आरक्षण देना शुरू किया.


25. रामजन्म भूमि का विरोध शुरू किया.


26. राम सेतु को तुडवाना चाहा.


27. साधू संतो का व हिंदु प्रतीकों का अपमान करना शुरू किया.


28 हिंदु को गाली और दुसरे को समर्थन किया.


29. एक लाख औरतो और बच्चो पर रात के समय लाठी व गोली चलवाई.


30. भृष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए.


31. महंगाई ने लोगो से भोजन भी छीन लिया.


32. एक विदेशी औरत को हमारे सर पर बैठा दिया.


33. प्रधानमंत्री की कुर्शी पर एक ही परिवार का राज हो गया.


34. ओसामा को ओसामा जी व संतो को ठग बताते हैं.


35. मुस्लिम्परस्ती के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए.


36. हिंदु होना इस देश में एक गाली के समान हो गया हैं.

महिलाओं ने मंत्री को चप्पलों से धुना,.............

महिलाओं ने मंत्री को चप्पलों से धुना

बलात्कार की शिकार महिलाओं पर महाराष्ट्र के वॉटर सप्लाई मिनिस्टर का बयान नागपुर की महिलाओं के 

गले नहीं उतरा। महिलाओं ने सम्मेलन में भाषण देकर नीचे उतरते ही मंत्री लक्ष्मण ढोबले धुनाई कर दी।


इसके बाद उन्होंने बलात्कार की शिकार महिलाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मोर्चे निकालने से कुछ 

हासिल नहीं होता। उन्होंने कहा, 'किसी दलित महिला पर बलात्कार हो, तो उस पर मोर्चे निकालकर 

आंदोलन करके न्याय नहीं मिलेगा। वह महिला अपने बच्चों को सिखाकर वकील-जज बनाए। इसके बाद ही 

उसे न्याय मिलेगा।' उनके इस बयान से लोग नाराज हो गए। महिलाओं ने उनके साथ धक्का-मुक्की शुरू 

कर दी। फिर देखते ही देखते मंत्री पर चप्पलें बरसने लगीं। मंत्री जी के चप्पले पड़ते ही ऐसे भागे की जेसे  

अगर ओलम्पिक में दोड़ते तो एक-आध पदक तो दिला ही देते । 


सोमवार, 27 अगस्त 2012

ब्रेकिंग न्यूज़ असाउदीन ओवेसी हमास और हिजबुल्लाह समर्थक हें, पूरी जानकारी विथ फोटो के साथ.........



 साथियों क्या भारत धर्मनिरपेक्ष है ? क्या भारत संयुक्तराष्ट्र के सिधांतों को मानता है ? क्या भारत मे हिंदू और मुस्लिम लोगो और उनके नेताओ के बीच भेदभाव नही किया जाता ? यदि हाँ तो फिर राहुल गाँधी का सबसे करीबी दोस्त और यूपीए का सांसद असदुद्दीन ओबैसी भारत और संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हमास और हिजबुल्लाह के खूखार कमांडरों के साथ बार बार मिलने लेबनान के बेरुत और दहिल्या शहर मे क्यों जाता है ?

मित्रों, इजराइली ख़ुफ़िया एजेन्सी मोसाद ने भारत सरकार को कई बार पत्र लिखकर कहा है कि आपका सांसद जो आपकी सरकार को समर्थन दे रहा है वो इजरायल मे आतंकवाद फैला रहा है और साथ ही भारत के गरीब मुस्लिम युवको का ब्रेनवाश करके उन्हें हमास और हिजबुल्लाह के लिए भर्ती करता है | लेकिन चूँकि भारत की कांग्रेस सरकार को सिर्फ हिंदू ही आतंकवादी नजर आते है इसलिए भारत सरकार ओबैसी को खुलेआम छुट दे दिया है |
 
 मित्रों अभी कुछ दिन पहलेसंसद मे आसाम पर चर्चा के दौरान ओबैसी ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की उपस्थिति मे कहा कि "यदि भारत सरकार आसाम मे मुसलमानों का चाहे वो प्रवासी क्यों न हो ठीक ढंग से पुनर्वास नही करती और उन्हें उचित मुवावजा नही देती तो फिर भारत का मुसलमान इस देश की ईंट से ईंट बजा देंगे" लेकिन किसी भी कांग्रेसी सांसद ने ओबैसी के इस बयान की निंदा नही की | और तो और मीडिया ने भी इसको ब्रेकिंग न्यूज़ नही बताया सिर्फ टाइम्स नाउ ने ही इस खबर पर चर्चा की।

सबसे बड़ा चौकने वाला खुलासा ये है, कि ओबैसी को डिप्लोमेटिक पासपोर्ट राहुल गाँधी की सिपारिश पर मिला हें। जबकि खुद आन्ध्रप्रदेश की कांग्रेस-सरकार की ख़ुफ़िया पुलिस ने ओबैसी को डिप्लोमेटिक पासपोर्ट न देने की रिपोर्ट भेजी थी, लेकिन जब राहुल गाँधी ने इस मामले मे हस्तक्षेप किया, जब जाकर विदेश मंत्रालय ने ओबैसी को बिना किसी योग्यता और अहर्ता के डिप्लोमेटिक पासपोर्ट इस्शु कर दिया |

   साधारण  पासपोर्ट का कलर नीला होता है बल्कि डिप्लोमेटिक पासपोर्ट का कलर मैरून होता है, और डिप्लोमेटिक पासपोर्ट रखने वाले व्यक्ति की किसी भी हवाईअड्डे पर तलाशी नही होती, और इन्हें "वीजा आन अराइवल" की भी सुविधा होती है, और ये पासपोर्ट केवल राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केबिनेट स्तर के मंत्री और राज्यों मे मुख्यमन्त्रियो और राजदूत तथा दूतावास मे सचिव स्तर के अधिकारियों  को ही इशु हो सकता है | 

  हिजबुल्लाह आज विश्व का सबसे बड़ा आत्मघाती दस्ते वाला आतंकवादी संगठन है। जो छोटे छोटे बच्चो को अपने आत्मघाती दस्ते मे भर्ती करता है | लेबनान पहले धर्मनिरपेक्ष देश था ,और वहाँ ४% हिंदू और १०% यहूदी  भी रहते थे | लेबनान जहां पहले ८०% ईसाई तथा अन्य धर्म और २०% मुस्लिम रहते थे और लेबनान विश्व का बहुत तेजी से तरक्की करता हुआ मुल्क था | और इसकी राजधानी बेरुत को विश्व का गोल्ड केपिटल कहा जाता था। क्योकि बेरुत विश्व की सबसे बड़ी सोने की मण्डी थी | इतना ही नही खूबसूरत लेबनान मे कई हालीवुड और वालीवुड की फिल्मो की शूटिंग होती थी | रामानंद सागर ने सत्तर के दशक मे धर्मेन्द्र और माला सिन्हा को लेकर एक फिल्म बनाई थी जिसका नाम "आखें' उस फिल्म की 80% शूटिंग बेरुत मे हुई थी और कई गाने जैसे "मिलती है जिंदगी मे मोहब्बत कभी कभी" की शूटिंग भी बेरुत मे ही हुई |

लेकिन लेबनान की तरक्की और खुशहाली पर  लेबनान  के मुस्लिम लीडरो ने ग्रहण लगा दिया |मस्जिदों मे और अपने सम्मेलनों में मुसलमानों को खूब बच्चे पैदा करके लेबनान पर क्ब्ज्जा करने की बाते करते थे | फिर धीरे धीरे लेबनान का जनसंख्या का संतुलन बिगड गया, और फिर लेबनान 25 सालो से गृहयुद्ध की चपेट मे आ गया | आज लेबनान के दो हिस्से है उत्तरी लेबनान जिसमे ईसाई और अन्य धर्मो के लोग रहते है, और दक्षिण लेबनान जहां मुस्लिम रहते है, उसी तरह राजधानी बेरुत के भी दो अघोषित हिस्से है, जहां एक तरह ईसाई और दूसरी तरफ मुस्लिम रहते है |
 दोस्तों जब भी कोई सांसद विदेश यात्रा करता है, तो उसे लोकसभा अध्यक्ष की लिखित अनुमति लेनी पडती है, भले ही वो उसकी निजी यात्रा ही क्यों न हो | एक आरटीआई के जबाब मे मीरा कुमार ने पहले बताया कि उनके पास ऐसी कोई फ़ाइल नही आई, जिसमे ओबैसी ने लेबनान और सीरिया के यात्रा की अनुमति मांगी हो |

  अब सवाल ये उठता है कि आखिर इतना घोर साम्प्रदायिकता फ़ैलाने वाले ओबैसी को कांग्रेस साम्प्रदायिक क्यों नही मानती ? 

साथियों कांग्रेस की नजर मे  सिर्फ भारत के हिंदू ही साम्प्रदायिक है | अगर कोई भारत मे हिंदू हित की बात करेगा, तो वो घोर साम्प्रदायिक और राजनितिक रूप से अछूत बन जायेगा | पूरी मीडिया और कांग्रेस सहित कुछ तथाकथित धर्मनिरपेक्षता के नाम पर अपनी दुकान चलाने वाली छोटी पार्टियां सब उसको साम्प्रदायिक घोषित कर देंगे | लेकिन यदि कोई सिर्फ मुस्लिम हित की ही बात करेगा, तो वो धर्मनिरपेक्ष माना जायेगा | यहाँ मैंने "सिर्फ" इसलिए लिखा है क्योकि ओबैसी ने आज तक संसद मे सिर्फ मुस्लिम हित, और मुस्लीमों के बारे मे ही मुद्दे उठाये है। और सिर्फ मुस्लिम लोगो की ही मदद करते है, यहाँ तक आसाम मे भी जो उन्होंने रिलीफ कैम्प लगाया, उसके उपर लिख दिया " only for muslims" इन्होने सानिया मिर्जा को कई बार सम्मानित किया, लेकिन जब एक पत्रकार ने इसने पूछा कि आप सानिया नेहवाल को कब सम्मानित करेंगे तो इन्होने माइक फेक दिये |
   आंध्रप्रदेश की कांग्रेस सरकार की ही आईबी हैदराबाद मे भडके कई दंगो के लिए ओबैसी बंधुओ को जिम्मेदार बताती है। यहाँ तक की केन्द्र की ख़ुफ़िया एजेंसियों ने भी कई बार गृहमंत्रालय को ओबैसी के संदिग्ध गतिबिधियों के बारे मे चेतावनी दी है | लेकिन सब बेकार |

सोचिये क्या राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी नरेंद्र मोदी या तोगड़िया या अशोक सिंघल जी के साथ फोटो खिचवा सकते है ? नही क्योकि ये लोग तो हिन्दुवादी है और भारत मे हिन्दुवादी होना सबसे बड़ा अपराध है |
 
 लेकिन वही राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी ओबैसी के साथ कई कई घंटो तक बैठते है और उसके साथ फोटो खिचवाते है | क्योकि सोनिया ने जो काला कानून "साम्प्रदायिक हिंसा निवारण बिल" बनाया था, उसके अनुसार तो सिर्फ हिंदू ही दंगाई होते है, हिंदू हिंसक होते है और हर बार सिर्फ हिंदू ही पहले दंगे भड़काते है |

मित्रों, सबसे बड़ा सवाल ये है कि भारत की मीडिया और कांग्रेस की हिन्दुओ के बारे मे इस दोगली मानसिकता का जिम्मेदार कौन है ? 

मित्रों, इसके जिम्मेदार हम सब हिंदू  खुद ही है | ये हम हिंदू ही है जो सब कुछ जानते समझते हुए भी जतिपति और दूसरे छोटे छोटे मुद्दों और कांग्रेस के द्वारा दिये गए झूठे लालचो और प्रलोभनों के बहकावे मे आकर इस कांग्रेस को वोट देकर इसे मजबूत करते है | हिंदू मित्रों, अपने बारे मे तो नही कम से कम पचास साल बाद आने वाली अपनी हिंदू पीढियों के बारे मे सोचो | जो हाल पाकिस्तान, सीरिया, लेबनान, इंडोनेशिया, फिलीपींस और भारत मे कश्मीर, केरल और आसाम मे हिन्दुओ के साथ हुआ है और जो आज हिंदू इन जगहों पर पर अत्याचार झेल रहे है वही आज के पचास सालो के बाद पूरे भारत मे झेलेंगे |
जय हिंद !!! जय भारत !!! वन्देमातरम ! 



रविवार, 26 अगस्त 2012

महंगाई-घोटालो से मरता आम आदमी, आखिर कांग्रेस हाथ जो हे आमजन के साथ.....

PhotoPhotoV

2G घोटाला उजागर करने वाले डॉ सुब्रह्मण्यम स्वामी पर मध्य प्रदेश में N.S.U.I.और यूथ कांग्रेस द्वारा जानलेवा हमला


Photo: मित्रों शेयर करने के साथ पेज को LIKE भी करें यहाँ ---> Hindu [Lions] with Sikh [Tigers]

अभी अभी आदरणीय डॉ सुब्रह्मण्यम स्वामी जी से फोन पर बात हुई है मध्य प्रदेश के सतना से दिल्ली आते समय डॉ स्वामी जी पर यूथ कॉंग्रेस और एन.एस.यू.आई के गुण्डों ने जानलेवा हमला किया है ... लगभग 75 से अधिक गुण्डे हैं जिन्होंने डॉ सुब्रहमन्यम स्वामी जी को बार बार ये कह कर धमकाने की कोशिश की है कि तुम कॉंग्रेस के खिलाफ केस पी.आई.एल, रिट डालना बन्द करो....

मतलब ये तो वही बात हो गयी उल्टा चोर कोतवाल को दान्तें अरे भई ये वही डॉ सुब्रह्मण्यम स्वामी जी हैं जिन्होंने 1 लाख 76 हज़ार करोड़ के 2जी घोटाले में ऐ.रजा कनिमोझी को जेल भेजा और छिदाम्बरम लुँगी का नम्बर लगा रखा है बस कांग्रेस्सियों के भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने वालों के खिलाफ तुम जानलेवा हमला करवाओ फिर कहो हम गांधीवादी हैं कॉंग्रेस गांधीवादी पार्टी है वैसे अब से लगभग एक महीने पहले डोगविजय के ही कांग्रेसी गुर्गों गुण्डों ने स्वामी रामदेव जी पर भी जानलेवा हमला किया था अब डॉ स्वामी पर जानलेवा हमला कर दिया ये तो सरासर लोकतन्त्र की हत्या करने वाली बात हो गयी है ?

वैसे हमारे अनुमान अनुसार ये काम डोगविजय के पिल्लों का ही है और खुफिया सूत्रों से भी यही खबर मिली है क्योंकि वो ही ऐसा है जो आई.एस.आई जैसे पाकिस्तानी आतंकवादी खूफिया विभाग से ले कर ओसामा को जी जा जी कहने से ले कर और आगे आप समझदार हैं मध्यप्रदेश का तो दुर्भाग्यवश मुख्यमन्त्री भी रह चुका है ये डोगविजय ....

भारत में अघोषित आपातकाल 2012 #Emergency2012 ... कॉंग्रेस हटाओ देश बचाओ इस लोकतन्त्र में तानाशाही नहीं चलेगी नहीं चलेगी.

शुक्रवार, 24 अगस्त 2012

भारतीय सेना के अधिकारी वर्ग का काला सच जो आखिर सामने आ ही गया .........











v